Braj Ki Rasopasana (व्रज की रसोपासना) डॉ. अवध बिहारी लाल कपूर
व्रज की रसोपासना एक गहन ग्रंथ है, जिसमें डॉ. अवध बिहारी लाल कपूर ने व्रजभूमि की रसपरंपरा और भक्ति साधना का विस्तृत विवेचन किया है। इस पुस्तक में व्रज के रसिक भक्तों द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में अर्पित प्रेम, भक्ति और माधुर्य रस की अनुभूतियों का सुंदर वर्णन मिलता है।
यह ग्रंथ व्रज संस्कृति, भक्ति परंपरा और रसोपासना की आत्मा को पाठकों के हृदय में जीवंत कर देता है।
व्रज संस्कृति और रसोपासना पर आधारित विश्लेषण
भक्तिरस और माधुर्य की गहराई का सुंदर चित्रण
साधकों एवं रसिकों के लिए प्रेरणादायक ग्रंथ
सरल एवं भावपूर्ण भाषा
यदि आप व्रज संस्कृति, रसिक साधना और कृष्णभक्ति की मधुरता का अनुभव करना चाहते हैं, तो यह पुस्तक आपके लिए अनमोल मार्गदर्शक सिद्ध होगी।




















