काव्यकौस्तुभः (Kavya Kaustubha) by Sri Baladeva Vidyabhusana
"काव्यकौस्तुभः" श्रील बलदेव विद्याभूषण द्वारा विरचित एक उत्कृष्ट संस्कृत काव्यशास्त्रीय ग्रंथ है। इस ग्रंथ में उन्होंने वैदुष्यमय शैली में काव्य की परिभाषा, उसके भेद, अलंकार, रस, रीति, गुण, दोष आदि तत्वों का सुबोध एवं गूढ़ विश्लेषण प्रस्तुत किया है।
यह ग्रंथ केवल काव्यशास्त्र का विवेचन नहीं करता, बल्कि वैष्णव दृष्टिकोण से रस और अलंकारों की मीमांसा भी करता है, जिससे यह एक आध्यात्मिक रूप से भी समृद्ध ग्रंथ बन जाता है।
मुख्य विशेषताएँ:
🔸 संस्कृत साहित्य और काव्यशास्त्र का गूढ़ विवेचन
🔸 बलदेव विद्याभूषण जी की अद्वितीय लेखनी
🔸 वैष्णव दर्शन से ओतप्रोत रचनाशैली
🔸 रस, अलंकार, रीति, ध्वनि आदि का विश्लेषण
🔸 अध्ययनशील विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं एवं संस्कृत प्रेमियों के लिए अमूल्य ग्रंथ
पुस्तक प्रकार: हार्डकवर
उपयुक्त पाठक वर्ग: संस्कृत विद्यार्थी, अध्येता, काव्य रसिक, वैष्णव विद्वान
Edited and Published by Sri Haridas Shastri Vrindavan (Hindi) Hardcover





















