बयालीस लीला (Bayalees Leela) by Rasik Sant Sri Dhruva Das Ji (Hindi)
श्रीराधावल्लभीय रसिक संत श्रीहित ध्रुवदास जी की वाणी में वर्णित श्री राधा-कृष्ण की 42 मधुर एवं रसपूर्ण लीलाओं का अनुपम संग्रह। यह पुस्तक केवल लीलाओं का वर्णन ही नहीं, बल्कि उनमें छिपे आध्यात्मिक भाव, प्रेम-रस और भगवत् तत्त्व को भी सरल भाषा में प्रस्तुत करती है।
अनुवादक:
परम भागवत स्वामी श्री हितदास जी महाराज ('रसिक-पद रেণु')
जिनकी लेखनी और भावानुवाद ने इन दिव्य लीलाओं को हर भक्त के हृदय तक पहुँचाने का कार्य किया है।
✅ राधा-कृष्ण की 42 प्रमुख लीलाओं का सुंदर संकलन
✅ प्रत्येक लीला के साथ भावनात्मक एवं आध्यात्मिक भावानुवाद
✅ श्रीहित ध्रुवदास जी की दिव्य वाणी पर आधारित
✅ सरल, मधुर एवं हृदयस्पर्शी भाषा
✅ रसराज और रसिक भक्तों के लिए अमूल्य ग्रंथ
✅ सुंदर रंगीन कवर पृष्ठ एवं साफ-सुथरी छपाई
Byalis Lila
(With Bhavanuvad – Interpretative Translation)
This phrase refers to "Forty-Two Divine Pastimes", likely related to the devotional or spiritual narratives of Lord Krishna, Radha, or other divine figures in the Vaishnav tradition.
Translator:
Param Bhagavat Swami Shri Hitdas Ji Maharaj
Hardcover - Hindi





















