रासलीला (Raslila) श्री हरिदास शास्त्री जी महाराज
रासलीला" श्रीहरिदास शास्त्री जी द्वारा रचित एक अत्यंत रसपूर्ण, तात्त्विक और भगवत्कथा पर आधारित ग्रंथ है, जो भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य रासलीलाओं का वर्णन करता है। यह ग्रंथ श्रीमद्भागवत महापुराण के दशम स्कंध के प्रसिद्ध रासपंचाध्यायी (अध्याय 29 से 33 तक) पर आध्यात्मिक, भक्तिपरक और तात्त्विक दृष्टिकोण से गहन टीका है।
इस पुस्तक में शास्त्रीजी ने रास को केवल लौकिक प्रेम की दृष्टि से नहीं, अपितु अलौकिक, अध्यात्मिक एवं परम भक्तिरस की चरम अवस्था के रूप में प्रस्तुत किया है।





















