गौड़ीय वैष्णव चरितामृत - Gaudiya Vaishnava Charitamrita (Hindi)
अत्यंत लोकप्रिय अंग्रेजी ग्रंथ
“Gaudiya Vaishnava Samadhis in Vrindavan” अब हिंदी में “गौड़ीय वैष्णव चरितामृत” के रूप में प्रस्तुत है — यह ग्रंथ वास्तव में भक्तिरस की एक जीवंत यात्रा है, जो पाठक को श्रीचैतन्य महाप्रभु के प्रिय नित्य पार्षदों और महान गौड़ीय आचार्यों के जीवन, उपदेश और समाधियों के दर्शन से जोड़ता है।
इस ग्रंथ में दो अद्भुत खंड समाविष्ट हैं —
🔸 पहला खंड: महाप्रभु के नित्य पार्षदों और प्रमुख आचार्यों के जीवन-वृत्त एवं शिक्षाएँ।
🔸 दूसरा खंड: वृन्दावन में स्थित उनकी समाधियों का विस्तृत वर्णन, पूजा-विधि, प्रार्थनाएँ और कृपा-प्राप्ति के मार्ग।
✨ पुस्तक की विशिष्टताएँ:
श्रीचैतन्य महाप्रभु और उनके पार्षदों के गौरवमय जीवन-चरित
वृन्दावन की प्राचीन समाधियों का इतिहास, प्रकार और आध्यात्मिक महत्त्व
समाधियों की पूजा-पद्धति, दिशानिर्देश और भक्तिपूर्ण प्रार्थनाएँ
राधा-कृष्ण प्रेमभक्ति, रागानुगा साधना और वृन्दावन-वास का दिव्य रहस्य
गोस्वामी आचार्यों की शिक्षाओं, लीलाओं एवं कृपा की व्याख्या
🌿 ग्रंथ का उद्देश्य:
यह पुस्तक केवल एक इतिहास या यात्रा-वृत्त नहीं, बल्कि भक्ति का सजीव मार्गदर्शन है। समाधियों के दर्शन, पूजा और स्मरण के माध्यम से भक्त अपने हृदय में वही चेतना जागृत कर सकता है जो श्रीचैतन्य महाप्रभु के प्रिय गोस्वामियों में विद्यमान थी — राधा-कृष्ण की निष्कपट प्रेमसेवा की।





















